युद्ध करना राजपूत अपना धर्म और कर्तव्य मानते थे । युद्ध करना राजपूत अपना धर्म और कर्तव्य मानते थे ।
उस गरीब की ईमानदारी देखकर देवदूत बहुत प्रसन्न हुआ। उस गरीब की ईमानदारी देखकर देवदूत बहुत प्रसन्न हुआ।
मम्मा ,आप कहते हो न अच्छा सोचोगे तो अच्छा ही होगा। मम्मा ,आप कहते हो न अच्छा सोचोगे तो अच्छा ही होगा।
देशभक्ति और राष्ट्रसेवा ही उनका पहला धर्म था। देशभक्ति और राष्ट्रसेवा ही उनका पहला धर्म था।
कहीं भी आते जाते समय सड़कों पर भागती कार को अनायास निहारते रहता। कहीं भी आते जाते समय सड़कों पर भागती कार को अनायास निहारते रहता।
और उसके मीठे स्वाद ने उसकी खुशी दुगुनी कर दी। और उसके मीठे स्वाद ने उसकी खुशी दुगुनी कर दी।